Dil Tod ke - B.praak Lyrics
Singer | B.praak |
Music | Rochak Kohli |
Song Writer | Manoj muntashir |
सवाल एक छोटा सा था जिसके पीछे ये पूरी ज़िन्दगी बर्बाद कर ली भुलाऊं किस तरह वो दोनों आँखें किताबों की तरह जो याद कर ली” तुम दे रही हो दिल
में किसी और को जगह लेकिन कोई ना चाहेगा तुमको मेरी तरह क्या है कसूर मेरा जो दिल से उतर गया मुड़ के भी ना देखा मुझे तुमने एक दफ़ा जैसे गयी हो… जैसे गयी हो जाता है क्या कोई ऐसे छोड़ के दिल तोड़ के हो दिल तोड़ के
हसती हो मेरा वफाऐं मेरी याद करोगी ओ फेर लो मुझसे आज निगाहें कदर मेरे बाद करोगी ओ दिल तोड़ के हो दिल तोड़ के वो तुम ही तो थी जो बार-बार
आके लगती थी गले मेरे वो तुम ही तो थी जो बार-बार आके लगती थी गले मेरे वो भी तुम ही थी हर रोज़ साथ जिसके दिन रात ढले मेरे कहाँ गयी तुम ओ… कहाँ गयी तुम दर्द से मेरा रिश्ता जोड़ के दिल तोड़ के हो दिल तोड़ के हसती हो
मेरा वफाऐं मेरी याद करोगी ओ फेर लो मुझसे आज निगाहें कदर मेरे बाद करोगी ओ दिल तोड़ के हो दिल तोड़ के हो गलियों गलियों लिए फिर मैं टुकड़ा
टुकड़ा दिल काश किसी ने पूछा होता कैसे उजड़ा दिल हो गलियों गलियों लिए फिर मैं टुकड़ा टुकड़ा दिल काश किसी ने पूछा होता कैसे उजड़ा दिल कैसे भर दी ओ.. कैसे भर दी नदियाँ नाले आँखें निचोड़ के दिल तोड़ के हसती हो मेरा
वफाऐं मेरी याद करोगी ओ फेर लो मुझसे आज निगाहें कदर मेरे बाद करोगी ओ दिल तोड़ के हाय दिल तोड़ के “सिर्फ दिल टूटा है सांस नहीं धड़कनों में
रवानी बाकी है प्यार का किस्सा ख़तम हो गया तो क्या ज़िन्दगी की कहानी अभी बाकी है” हाय दिल तोड़ के
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